संगठित होकर पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन।
(तारिक खान रायसेन)
रायसेन। सिलवानी में गणेश विसर्जन के दौरान हुए विवाद को लेकर सिलवानी के पत्रकार पर दर्ज हुए प्रकरण ने जिलेभर में विरोध की लहर पैदा कर दी है। समाचार चैनलों और यूट्यूब चैनलों पर प्रसारित हुई खबरों से आहत कुछ लोगों ने सिलवानी के पत्रकार उवैस खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इस घटना के बाद जिले के पत्रकार आक्रोशित हो उठे और गुरुवार को बड़ी संख्या में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।
पत्रकारों का कहना है कि समाचार दिखाना और सच जनता तक पहुँचाना उनका कर्तव्य है, लेकिन हाल ही में जिस तरह बिना किसी ठोस जांच-पड़ताल के पत्रकार पर एफआईआर दर्ज कर दी गई, वह लोकतांत्रिक व्यवस्था और प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का आईना होते हैं और किसी भी घटना को जनता के सामने लाना उनका अधिकार है। यदि खबरों से कोई पक्ष असहमत है तो उसका समाधान कानूनी प्रक्रिया और स्पष्टीकरण से होना चाहिए, न कि पत्रकारों पर झूठे मुकदमे थोपकर।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे पत्रकारों ने मांग की कि मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराई जाए तथा निर्दोष पत्रकार पर की गई कार्रवाई को निरस्त किया जाए।
पत्रकार संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रेस की स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से पत्रकारों में भय का माहौल बनाया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
अब जिला प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है कि पत्रकारों की आवाज़ पर संवेदनशीलता से विचार करे और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कर पत्रकारों के साथ न्याय करे।
0 Comments